दो नेता विपरीत दिशा से आ रहे थे,
दोनों -अलग मंच पर,
भाषण देने जा रहे थे,
दोनों की दृष्टि टकराई,
फिर दोनों की गाड़ी पास आई,
एक ने दूसरे से कहा-़’’यार,
हम दोनों का दिमाग एक है,
पोशाक एक है, धंधा एक है,
फिर रास्ता कैसे अलग है!’’
दूसरे नेता ने कहा-’यही तो राजनीति है,
जनता ने इसीलिए हम दोनों के,
गले में हार डाला है,
क्योंकि मैं सत्ता में हॅूं,
तू विपक्षी वाला है,
अभी हम दोनों मंच पर जाएंगे,
और भोली-भाली जनता के सामने,
एक-दूसरे को खूब गालियाँ देंगे,
बदले में जनता की तालियाँ सुनेंगे,
बाद में दोनों मिलकर,
ठंडई की दुकान पर आइस्क्रीम खाएंगे,
एक-दूसरे को दी हुइ गालियाँ भूल जाएंगे,
अरे! क्या हुआ जो तू विपक्षी वाला है,
विपक्षी ही सही, तू मेरे,
जीजा के भाई का साला है,
हम दोनों जनता को तमाशा दिखाएंगे,
और जो मिलेगा मिल बाँटकर खाएंगे,
यही तो राजनीति है!
अंग्रजों ने ’फूट डालो और
शासन करो की नीति अपनायी थी,
लेकिन ज्यादा दिन,
शासन नहीं कर पायी थी,
यह ’राजनीति’ है!
इस नीति से राज हमेशा चलता है,
ये देश हमारी माँ है,
इसके सफेदपोश गद्दार बेटे,
इसका बटवारा करें,
यही तो राजनीति है!
देश में हवाला करो,
घोटाला करो,
अनपढ़ रहकर भी,
मंत्री बने रहो,
यही तो राजनीति है!
पहले स्वयं जनता के पीछे घूमो,
फिर जनता को पीछे घुमाओ,
ऐसे ही करते
नेताओं की जिंदगी बीती है,
यही तो राजनीति है!
यही तो राजनीति है!!
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18 May 2018
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