25 March 2018

दिखावा ही दिखावा

कहने को इस देश में,
हर जन है आबाद,
दिखावा में होता यहां,
करोड़ों धन बरबाद,
दिखावा है पंडाल में,
दिखावे का है पटाखा,
मिलता इससे केवल है,
प्रदूषण और धमाका,
दिखावा होता स्वागत में,
दिखावे का है भाषण,
इतने पैसों में बंट जाता,
भुखमरों को राशन।
दिखावा करते फ्लेक्स में,
लाखों के हैं लफड़े,
इससे अच्छा बांट देते,
निर्वस्त्रों को ही कपड़े।
आखिर क्यों बर्बाद करते,
पैसे इतने व्यर्थ ही,
हाथ नहीं कुछ आएगा,
पाओगे बस गर्त ही।

Previous Page Next Page Home

हर ताज़ा अपडेट पाने के लिए नवागढ़ के Facebook पेज को लाइक करें

Random Post

मुख्य पृष्ठ

home Smachar Ayojan

नवागढ़ विशेष

history visiting place interesting info
poet school smiti
Najdiki suvidhae Najdiki Bus time table Bemetara Police

ऑनलाइन सेवाएं

comp online services comp

Blog Archive