आज वैसाखी के पावन पर्व में पहले ज्ञानी जी दिलीप सिंह जी के द्वारा शबद कीर्तन, फिर समूह सहज पाठ किया गया।
फिर दोपहर 1 बजे से लंगर रखा गया, जिसमे सभी धर्मो के भाई-बंधू, माताए एवं बहने निमंत्रित थी।
रात के प्रोग्राम में पाठ कविता का आयोजन किया गया। पाठ कविता के आयोजन के पश्चात फिर से लंगर रखा गया। उपरोक्त जानकारी नवनीत सिंह गांधी जी के द्वारा दी गयी।