कर्मा गीत
हाय रे गोड़वाना राजा रे, ये धरती म राज करिन गोड़वाना राजा रे ।।टेक।।
चांदा में छेदइहा राजा, लाजी में नेताम रे संगी ।
मंडला में मरई राजा, राज करिन है भारी ।। 1 ।।
रतनपुर में सोरी राजा, धमधा में मरकाम रे संगी ।
नवागढ में खुसरो राजा, राज करिन हे भारी ।। 2 ।।
राजा महराजा राज करिन, परजा ल सुख भारी रे संगी ।
ये धरती के बरदानी राजा, राज करिन है भारी रे संगी ।।3।।
चांदा में छेदइहा राजा, लाजी में नेताम रे संगी ।
मंडला में मरई राजा, राज करिन है भारी ।। 1 ।।
रतनपुर में सोरी राजा, धमधा में मरकाम रे संगी ।
नवागढ में खुसरो राजा, राज करिन हे भारी ।। 2 ।।
राजा महराजा राज करिन, परजा ल सुख भारी रे संगी ।
ये धरती के बरदानी राजा, राज करिन है भारी रे संगी ।।3।।
कर्मा गीत
हाय रे 2 कहानी होगे रे, गोडवानो के बात ह कहानी होगे रे ।।टेक।।
बूढादेव के पूजा करके, देव् मनाथन भारी है संगी ।
देवी के भक्ति करके, राज करिन हे भारी।।1।।
कातिक महिना तिथि अमावश, रात रहे अधियारो रे संगी ।
एक रात में इंशर गौरा, होत कोलाहल भारी ।। 2 ।।
बर बिहाव म बड़ नीक लागे, गावै मंगल कारी रे संगी ।
महिला मन ह सुवा गावै, अऊ बिहाव म गारी ।। 3 ।।
परघौनी म गोड के अखरा, लाठी चालै भारी रे संगी ।
करमा डंडा अऊ ददरिया, शोर मचावै भारी ।।4।।
बूढादेव के पूजा करके, देव् मनाथन भारी है संगी ।
देवी के भक्ति करके, राज करिन हे भारी।।1।।
कातिक महिना तिथि अमावश, रात रहे अधियारो रे संगी ।
एक रात में इंशर गौरा, होत कोलाहल भारी ।। 2 ।।
बर बिहाव म बड़ नीक लागे, गावै मंगल कारी रे संगी ।
महिला मन ह सुवा गावै, अऊ बिहाव म गारी ।। 3 ।।
परघौनी म गोड के अखरा, लाठी चालै भारी रे संगी ।
करमा डंडा अऊ ददरिया, शोर मचावै भारी ।।4।।
कर्मा गीत
हाय रे 2 तोर कोरा मां खेलै ना - राम लखन दूनो भाई ।
मोर भुइया महतारी, तोर कोरा में खेलैना ।।टेक।।
तो कोरा मा जन मीच दाई, सीता जइसे महतारी ।
जनक जी के बेटी कहाये, घर 2 बजत बधाई - ।।1।।
परगट होइस ये भुइया मां, राम लखन रघुराई ।
दसरथ जी तोर पिता कहाइस, कौशिल्या महतारी।।2।।
मोर भुइया महतारी, तोर कोरा में खेलैना ।।टेक।।
तो कोरा मा जन मीच दाई, सीता जइसे महतारी ।
जनक जी के बेटी कहाये, घर 2 बजत बधाई - ।।1।।
परगट होइस ये भुइया मां, राम लखन रघुराई ।
दसरथ जी तोर पिता कहाइस, कौशिल्या महतारी।।2।।
कर्मा गीत
हाय रे 2 तै भज ले सीताराम, चार दिन के जिनगी हावै । ।टेक।।
बास नवै कलमी नवै, नवै तीर कमान है संगी 2 ।
मुरख बैरी नई नवै, नवै चतुर सुजान ।। 1।।
बरकाटे पीपर काटे, हत रे चंडाल बैरी 2 ।
मौरत आमा काट दिये, नई मिलै मनुष अवतार ।। 2 ।।
बास नवै कलमी नवै, नवै तीर कमान है संगी 2 ।
मुरख बैरी नई नवै, नवै चतुर सुजान ।। 1।।
बरकाटे पीपर काटे, हत रे चंडाल बैरी 2 ।
मौरत आमा काट दिये, नई मिलै मनुष अवतार ।। 2 ।।
कर्मा गीत
हाय रे 2 महान नारि आय,
जेखर मन के बात बताऔ गोड़वानो के आय।
दलपत शाह गढ़ा मंडला-रानी दुर्गावती आय रे संगी2
परजा मन के रक्षा करत- अपन जान गवाय ।।1।।
भूपालशाह राजा के रानी- कमलावती आय।
भोपाल में ताल बनवाइच- सत खंडा महल बनवाय।।2।।
हिराखान क्षत्री राजा के - कमाल हीरो आय।
दुश्मन मन मार गिराइच- रईया सिघोला जाय।।3।।
रामनाथ ध्रुव नवागढ़ वाले- गोत्र मराई आय।
गोवानो करतब देख के- करमा ल बनाय।।4।।
जेखर मन के बात बताऔ गोड़वानो के आय।
दलपत शाह गढ़ा मंडला-रानी दुर्गावती आय रे संगी2
परजा मन के रक्षा करत- अपन जान गवाय ।।1।।
भूपालशाह राजा के रानी- कमलावती आय।
भोपाल में ताल बनवाइच- सत खंडा महल बनवाय।।2।।
हिराखान क्षत्री राजा के - कमाल हीरो आय।
दुश्मन मन मार गिराइच- रईया सिघोला जाय।।3।।
रामनाथ ध्रुव नवागढ़ वाले- गोत्र मराई आय।
गोवानो करतब देख के- करमा ल बनाय।।4।।
पहाडी कर्मा
डोगरी में रे हाय जवारा डोगरी में, तेंदूपाना टोरे ल जाबो डोगरी म रे।। टेक।।
करिया कोयली कुहकीं मारे,मजूर के मीठ बोली जवारा
डोगरी बीच ले गाये ददरिया, छाती ल मारे गोली ।।1।।
लऊहा जाबो चार पाबो, तेदूखाबो का जवारा ।
बाही म बाही जोर के,अमरइया जाबो ।।2।।
जगर बगर रूपया दिखै, बगर बगर साटि जवारा
तोर रेंगना देख के हासय, छत्तीसगढ़ माटी।।3।।
डोगरी बीच ले गाये ददरिया, छाती ल मारे गोली ।।1।।
लऊहा जाबो चार पाबो, तेदूखाबो का जवारा ।
बाही म बाही जोर के,अमरइया जाबो ।।2।।
जगर बगर रूपया दिखै, बगर बगर साटि जवारा
तोर रेंगना देख के हासय, छत्तीसगढ़ माटी।।3।।