अब कोनो कड़ा कानून पास होना चाही,
संसद म देशभक्ति के अहसास होना चाही।
पापी मन जुर्म करे के पहिली,
अपन परिणाम ल भांप जाए,
अपराधी ल अइसे सजा मिलय,
के ओखर आत्मा कांप जाए।
हर अमानवीय अपराध बर,
मृत्युदंड होना चाही,
अमानवीयता के चित्र देखा-देखा के,
आगी म चुरोना चाही।
अतका अपराध होवत हे तभो ,
नेता मन ध्रितराष्ट्र कस खुर्सी टोरत हें,
मोला अइसे लगथे कि अपने घरवाले संग,
कोनो अपराध होय बर अगोरत हे।
संसद म देशभक्ति के अहसास होना चाही।
पापी मन जुर्म करे के पहिली,
अपन परिणाम ल भांप जाए,
अपराधी ल अइसे सजा मिलय,
के ओखर आत्मा कांप जाए।
हर अमानवीय अपराध बर,
मृत्युदंड होना चाही,
अमानवीयता के चित्र देखा-देखा के,
आगी म चुरोना चाही।
अतका अपराध होवत हे तभो ,
नेता मन ध्रितराष्ट्र कस खुर्सी टोरत हें,
मोला अइसे लगथे कि अपने घरवाले संग,
कोनो अपराध होय बर अगोरत हे।