दिवस मान के भोभरावव झन,
भेड़िया धंसान मेछरावव झन,
बेटा ल खवाके जेन भूख सहिथे,
का ओकर दिन एके ठन रहिथे,
लईका मन बर पूरा जीवन ढोथे,
ओ दाई के दिवस रोज होथे।।
12 May 2018
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मनोज श्रीवास्तव जी की रचनाएं
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दिवस मान के भोभरावव झन,
भेड़िया धंसान मेछरावव झन,
बेटा ल खवाके जेन भूख सहिथे,
का ओकर दिन एके ठन रहिथे,
लईका मन बर पूरा जीवन ढोथे,
ओ दाई के दिवस रोज होथे।।