फेर भिथिया म,
हांथा परही,
हांथी, फूल, पंजा के,
कुढ़ाही खरही,
राजनीति के अंडा,
अब फेर सेवाही,
आश्वासन के पीपी,
कई झिन धराहीं,
घोसना के पोंगा घलो,
चारो मुड़ा बोमियाही,
दोन्द बरोबर मनखे,
पलथिया के जमाही,
मलिया अउ चम्मस के,
घलो भाग जागही,
उहू मन सादा कुरथा के,
पाछू पाछू भागहीं
ए सब के तरी म,
जनता के कल्लई हे,
चुपे चुप कोन,
झाड़त मलई हे,
दुख तकलीफ केवल,
मनखे के बांटा परही,
उंखर भिथिया म बस,
पार्टी के हांथा परही।
18 April 2018
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