गीत क्र. 01
नवागढ़ है एक सुन्दर ग्राम, सब देवो के धाम ।।टेक।।
उत्तर भैरव लक्ष्मी नारायण, दक्षिण शिव के धाम ।।1।।
पूरब में श्री राम कृष्ण है, पश्चिम हनुमत धाम ।।2।।
बीच नगर में श्रीराम गणेश है, शमी वृक्ष परिधाम ।।3।।
देवी देवता जगह जगह में, रामनाथ के ग्राम ।।4।।
नवागढ़ है एक सुन्दर ग्राम, सब देवो के धाम ।।टेक।।
उत्तर भैरव लक्ष्मी नारायण, दक्षिण शिव के धाम ।।1।।
पूरब में श्री राम कृष्ण है, पश्चिम हनुमत धाम ।।2।।
बीच नगर में श्रीराम गणेश है, शमी वृक्ष परिधाम ।।3।।
देवी देवता जगह जगह में, रामनाथ के ग्राम ।।4।।
गीत क्र. 02
नवागढ़ के रकबा चार हजार ।।टेक।।
बामन लम्बरदार रहै है, बीसन रहे कोटवार ।।1।।
बाइस गांव के मेड़ो जुरे है, कई मिलो के खार ।।2।।
बीच नगर डौ नाला बहे है, छुईहा मुह रगिया धार ।।3।।
सरकारी अधिकारी बहुत है, लगे चार कोटवार ।।4।।
नवागढ़ के रकबा चार हजार ।।टेक।।
बामन लम्बरदार रहै है, बीसन रहे कोटवार ।।1।।
बाइस गांव के मेड़ो जुरे है, कई मिलो के खार ।।2।।
बीच नगर डौ नाला बहे है, छुईहा मुह रगिया धार ।।3।।
सरकारी अधिकारी बहुत है, लगे चार कोटवार ।।4।।
गीत क्र. 03
नवागढ़ है एक तीरथ धाम, जन्म भूमि के ग्राम ।।टेक।।
राधा कृष्ण संग राम जानकी, बूढ़ादेव के धाम ।।1।।
गायत्री शीतला शारदा, महामाया के धाम ।।2।।
महालक्ष्मी शिव उमा बिराजे, हनुमान बल धाम ।।3।।
ठाकुर भैरव आदिशक्ति, लक्ष्मी नारायण के धाम ।।4।।
नित उठ सबो देव को ध्यावौ, रामनाथ मम नाम ।।5।।
नवागढ़ है एक तीरथ धाम, जन्म भूमि के ग्राम ।।टेक।।
राधा कृष्ण संग राम जानकी, बूढ़ादेव के धाम ।।1।।
गायत्री शीतला शारदा, महामाया के धाम ।।2।।
महालक्ष्मी शिव उमा बिराजे, हनुमान बल धाम ।।3।।
ठाकुर भैरव आदिशक्ति, लक्ष्मी नारायण के धाम ।।4।।
नित उठ सबो देव को ध्यावौ, रामनाथ मम नाम ।।5।।
गीत क्र. 04
नव गढ़ो का राजा नवगढ़िया, राज चलाईन हे बढ़िया ।।टेक।।
नरपति राजा नवागढ़ वाले, कीला बनाईन वो बढ़िया ।।1।।
गांव सुरक्षा मानबंद से, पार में बइठे महामाया ।।2।।
यहां के राजा बड़े प्रतापी, देवी के भक्त रहे राजा ।।3।।
रानी के नाम थी माना बाई, ओखरे नाम बने तरिया ।।4।।
नव गढ़ो का राजा नवगढ़िया, राज चलाईन हे बढ़िया ।।टेक।।
नरपति राजा नवागढ़ वाले, कीला बनाईन वो बढ़िया ।।1।।
गांव सुरक्षा मानबंद से, पार में बइठे महामाया ।।2।।
यहां के राजा बड़े प्रतापी, देवी के भक्त रहे राजा ।।3।।
रानी के नाम थी माना बाई, ओखरे नाम बने तरिया ।।4।।
गीत क्र. 05
चलो हां नवागढ़ आगे महीना फागुन के,
होरी खेलै रसीले ज्वान ।।टेक।।
चलो हां नवागढ़ ढोलक टिमकी बाजत है,
बाजै मंजीरा झांझ ।।1।।
चलो हां नवागढ़ दहकि मडलाही होरी गावै,
मिल गावै झूला राग ।।2।।
चलो हां नवागढ़ आगे महीना फागुन के,
होरी खेलै रसीले ज्वान ।।टेक।।
चलो हां नवागढ़ ढोलक टिमकी बाजत है,
बाजै मंजीरा झांझ ।।1।।
चलो हां नवागढ़ दहकि मडलाही होरी गावै,
मिल गावै झूला राग ।।2।।
गीत क्र. 06
नीक लागे नवागढ़ के फ़ाग हम को नीक लागै ।।टेक।।
बुटूधर के पेटी बाजै, माधोसिंह ढोलक में थाप ।।1।।
बजै चिकारा सुंदर भंगू के, परसोत्तम के फ़ाग ।।2।।
गजानन्द मंजीरा बजावै, केशवसिह के झांझ ।।3।।
रामप्रसाद के टिमकी बजै, पदुम सुखीराम सर्राय ।।4।।
दोहा- रामनाथ के गांव में, बड़े मजे का फ़ाग ।
साथी हमारे बड़े रँगीले, मिल गावै बढ़िया फ़ाग।।
नीक लागे नवागढ़ के फ़ाग हम को नीक लागै ।।टेक।।
बुटूधर के पेटी बाजै, माधोसिंह ढोलक में थाप ।।1।।
बजै चिकारा सुंदर भंगू के, परसोत्तम के फ़ाग ।।2।।
गजानन्द मंजीरा बजावै, केशवसिह के झांझ ।।3।।
रामप्रसाद के टिमकी बजै, पदुम सुखीराम सर्राय ।।4।।
दोहा- रामनाथ के गांव में, बड़े मजे का फ़ाग ।
साथी हमारे बड़े रँगीले, मिल गावै बढ़िया फ़ाग।।
गीत क्र. 07
टँकरिया नरहर शाह, नवागढ़
झूमर मचा गयो गलियों में ।।टेक।।
चलो हां नवागढ़ बीच शहर मानबंद है,
जह देवो के स्थान ।।1।।
चलो हां नवागढ़ बीच शहर दो नाला है,
जहाँ कीला के दिखै निशान ।।2।।
टँकरिया नरहर शाह, नवागढ़
झूमर मचा गयो गलियों में ।।टेक।।
चलो हां नवागढ़ बीच शहर मानबंद है,
जह देवो के स्थान ।।1।।
चलो हां नवागढ़ बीच शहर दो नाला है,
जहाँ कीला के दिखै निशान ।।2।।
योग के सम्बन्ध में
भारत को महान बनाना है, जग में नाम बढ़ाना है।
रामदेव बाबा योग गुरु है, सबको निरोगी बनाना है।
गांव गांव में सबसे मिलकर, योग का अलख जगाना है।
सब भाई मिल एक संग रहिबो, भ्रष्टाचार भागना है।
नर नारी सब मिलकर आवो, सबको योग सीखाना है।
भारत वासी सब मिल करके, राष्ट्र को ऊपर उठाना है।
अब्दुल कलाम महावैज्ञानिक, अमनवाहिद का नाम बढ़ाना है।
रामदेव बाबा योग गुरु है, सबको निरोगी बनाना है।
गांव गांव में सबसे मिलकर, योग का अलख जगाना है।
सब भाई मिल एक संग रहिबो, भ्रष्टाचार भागना है।
नर नारी सब मिलकर आवो, सबको योग सीखाना है।
भारत वासी सब मिल करके, राष्ट्र को ऊपर उठाना है।
अब्दुल कलाम महावैज्ञानिक, अमनवाहिद का नाम बढ़ाना है।