सबसे बड़ा पाप
ड्राइवर के लिए अभिशाप होगा,
अपर-डिपर नहीं मारना पाप होगा,
जो भी अपर मारकर
सामने वाले की आँख फोड़ेगा,
समझो बहुत जल्दी वह,
इस दुनिया को छोड़ेगा।
इस कविता के बाद भी
जो आदमी नहीं जगेगा,
उसे ही परिवहन का
सबसे बड़ा पाप लगेगा,
और वह किसी ऐसी ही
दुर्घटना में मरेगा,
आत्मा भटकती रहेगी
जन्मों तक नर्क में ही विचरेगा...