देश बचाना है तो देश के लिए,
अभिमानी होना पड़ेगा,
जाति हमारी कोई भी हो,
हिन्दुस्तानी होना पडेगा।।
देश की शांति भंग करने वाले को,
ज़िंदा जलाना भी सत्कर्म है,
कोई गद्दार खुलेआम देश में घूमे,
तो खुद ही सोचो, कौन बेशर्म है।।
अभिमानी होना पड़ेगा,
जाति हमारी कोई भी हो,
हिन्दुस्तानी होना पडेगा।।
देश की शांति भंग करने वाले को,
ज़िंदा जलाना भी सत्कर्म है,
कोई गद्दार खुलेआम देश में घूमे,
तो खुद ही सोचो, कौन बेशर्म है।।