09 February 2017

शहादत

बहती गंगा में हाथ धोने दो,
माँ की गोदी में मुझे भी शहीद होने दो,
कोई तो कह दे सेना और सरकार से,
मैं ऊब गया हूँ माया के संसार से,
भारत माँ की माला में अपना शीश पिरोने दो,
माँ की गोदी में एक बार मुझे भी शहीद होने दो।
कबसे बैठा हूँ अपनी बारी का इन्तजार करते,
सीमा में जरा हम भी शत्रु पर वार करते,
विवशता की जंजीरों में जकड़ा हुआ हूँ रोज,
कब तक ढोऊं अकर्मण्यता का बोझ,
सीमा की मिट्टी में अपना पाप धोने दो,
बस एक बार, सिर्फ एक बार
माँ की गोदी में मुझे भी शहीद होने दो।।
Previous Page Next Page Home

हर ताज़ा अपडेट पाने के लिए नवागढ़ के Facebook पेज को लाइक करें

Random Post

मुख्य पृष्ठ

home Smachar Ayojan

नवागढ़ विशेष

history visiting place interesting info
poet school smiti
Najdiki suvidhae Najdiki Bus time table Bemetara Police

ऑनलाइन सेवाएं

comp online services comp

Blog Archive