26 July 2024
हया का आफ़ताब
रंगों से चमक नहीं, हया से आफताब दिख रहे हैं,
न जाने कैसी मजबूरी है, जो ये गुलाब बिक रहे हैं,
और कलियों को क्या पता, इनकी सुर्खियों के बारे में,
वे तो अभी नादान हैं, जो इन पर किताब लिख रहे हैं...
09 September 2022
वह सुदामा नहीं
वैसी भक्ति नहीं,
वैसा जामा नहीं,
नीति में ही चले,
वैसा सामा नहीं,
कलियुग में द्वापर,
चला आता पर,
ध्यान सबका रखे,
वह सुदामा नहीं
08 September 2022
राजनीति का दामन
आप ऐसे न थे तो,
अकड़ क्यों लिया,
आपको आपने ही,
जकड़ क्यों लिया,
अभी तो शहर में,
इज़्ज़त थी तुम्हारी,
राजनीति का दामन,
पकड़ क्यों लिया
07 September 2022
प्रेम कुटिया मेरी
प्रेम कुटिया मेरी,
कोई अटारी नहीं,
ये है कोमल सा
शैय्या, कटारी नहीं,
होते हम भी अमर,
याद रखते सभी,
मीरा तुम भी नहीं,
मैं मुरारी नहीं